रुद्रपुर, श्रमिक संगठनों के बेनर तले मंगलवार को सितारगंज सिडकुल स्थित कारखाने के कर्मचारियों ने श्रम विभाग में धरना प्रदर्शन किया। आरोप था कि जायडस वेलनेस प्रालि कारखाने के स्मामी ने कंपनी को अवैध तरीके से बंद कर दिया है। उन्होंने उप श्रमायुक्त से कंपनी खुलवाने या श्रमिकों को मुआवजा दिलाने की मांग है।
रविवार को कारखाने के कर्मचारियों को साथ ट्रेड यूनियन सीटू, भाकपा माल और ठेका श्रमिकों के संगठन श्रम विभाग पहुंच कर धरना प्रदर्शन करने लगे। आरोप था कि जायडस वेलनेस प्रालि के मालिकान ने अवैध तरीके से फैक्ट्री बंद कर दी। इससे 1200 वर्कर्स का रोजगार छिन गया। स्थाई 150 कर्मियों को तो मुआवजा दिया गया, लेकिन 1055 ठेका कर्मियों को कुछ भी मुआवजा नहीं दिया गया। उन्होंने शासन-प्रशासन से जायडस वैलनेस प्रालि को फिर से खुलवाए या फिर श्रमिकों का ग्रेच्युटी, बोनस, नकदीकरण, छटनी होने के बाद मिलने वाले मुआवजे का भुगतान करवाने की मांग की है। वहीं उपश्रमायुक्त ने श्रमिकों और कंपनी प्रबंधन के प्रतिनिधियों को बुलाकर अपना पक्ष रखने के लिए 31 अक्टूबर को पेश होने के लिए कहा है। इस दौरान आनंद मिस्त्री, अनिता अन्ना, प्रद्युमन कुमार, रेशमा अहमद , अनीता देवी खुशबू, ज्योत चन्द, लाल सिंह सुब्रत, मिलन सरकार ,प्रभास मंडल, सूरज सिंह भण्डारी समेत आदि श्रतिक उपस्थित रहे।
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