रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज के निर्माणाधीन इमरजेंसी ब्लॉक से गिरा मजदूर, हालत गंभीर इमरजेंसी ब्लॉक की तीसरी मंजिल पर कार्यरत छत्तरपुर निवासी मजदूर भोला राम पुत्र बिरजू राम अचानक संतुलन खो बैठने के कारण नीचे गिर पड़े। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति देखते हुए रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत नाजुक बनी हुई है और उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया है।
यह इमारत कार्यदायी संस्था पेयजल निगम उत्तराखंड की देखरेख में बन रही है, जबकि निर्माण कार्य का ठेका लिसा इंजीनियर्स प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है। हादसे के बाद मजदूरों और स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं कि क्या निर्माण स्थल पर सुरक्षा उपकरणों और नियमों का पालन पूरी तरह किया जा रहा था। मजदूरों का कहना है कि ऊंचाई पर काम करने वालों के लिए हेलमेट, सुरक्षा बेल्ट और सुरक्षा जाल जैसे बुनियादी इंतजाम पर्याप्त रूप से उपलब्ध नहीं थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि निर्माण कार्यों में निर्धारित सुरक्षा मानकों का समय-समय पर पालन और निगरानी की जाए, तो इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकता है। उनका कहना है कि निर्माण कंपनियों और कार्यदायी संस्थाओं दोनों की जिम्मेदारी होती है कि मजदूरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
स्थानीय लोगों और मजदूर संगठनों ने प्रशासन से इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि हादसे की वजह चाहे जो भी हो, लेकिन मजदूरों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि बड़े निर्माण कार्यों में सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता बरती जा रही है।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि हादसे की जानकारी उन्हें मिल चुकी है और मामले की जांच कराई जा रही है। साथ ही, घायल मजदूर के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि यदि निर्माण स्थल पर सुरक्षा नियमों की अनदेखी पाई जाती है, तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।





