हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मंगलवार को आए नतीजों/रुझानों में मतदाताओं ने आश्चर्यचकित करते हुए दोनों ही स्थानों पर विजेताओं को निर्णायक बढ़त प्रदान की है। इसके तहत हरियाणा में भाजपा सबसे बड़े दल के तौर पर जीत की ‘हैट्रिक’ की ओर अग्रसर है तो वहीं, जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाता दिख रहा है। एक राज्य, एक केंद्र शासित प्रदेश की सत्ता दांव पर थी और तीन मुख्य दावेदार मैदान में थे।
जून में लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद हुए पहले विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल एक बार फिर गलत साबित हुए और नतीजे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए मिले-जुले रहे। कांग्रेस के लिए यह झटका साबित हुए, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) को स्पष्ट जीत मिलती नजर आ रही है। जम्मू-कश्मीर में नेकां के नेतृत्व में गठबंधन सत्ता में वापसी कर रहा है।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार शाम सवा चार बजे 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में भाजपा 50 सीट (26 पर जीत और 24 पर आगे) पर बढ़त के साथ तीसरी बार सत्ता में वापसी करती नजर आ रही है, जबकि सुबह के शुरुआती रुझानों में वह कांग्रेस से पीछे थी। हालांकि, रुझानों में भाजपा जम्मू-कश्मीर की 90 में से महज 29 सीट (दो पर जीत 27 पर आगे) झोली में डालती दिख रही है।
इस साल के अंत में महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ये नतीजे जहां भाजपा के लिए मनोबल बढ़ाने वाले हैं,वहीं कांग्रेस के लिए ये भारी निराशा वाले प्रतीत होते हैं। कांग्रेस लोकसभा के नतीजों से मिली बढ़त को बरकार रखने की उम्मीद कर रही थी। हरियाणा में सुबह के रुझानों में हालांकि वह आगे थी और उत्साही नेताओं ने मिठाइयां भी बांटनी शुरू कर दी थी।
हरियाणा में अपने शीर्ष नेतृत्व में कथित कलह से जूझ रही कांग्रेस को सत्ता में आने की उम्मीद थी, लेकिन वह राज्य में महज 35 सीट पर जीत या बढ़त बनाए हुए है जो पिछली बार की तुलना में सात अधिक है, लेकिन सरकार बनाने के लिए जरूरी 46 सीट से काफी कम है। जम्मू-कश्मीर में पार्टी नेकां के सहारे सत्ता तक पहुंचती दिख रही है। हालांकि, कांग्रेस ने इस केंद्र शासित प्रदेश में 32 सीट पर चुनाव लड़ा था जिनमें से उसे महज छह पर सफलता मिली है।
कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग के समक्ष हरियाणा में मतगणना के आंकड़ों को अद्यतन करने में कथित ‘‘बिना कारण देरी’’ का मुद्दा उठाया और आग्रह किया कि वह अधिकारियों को सटीक आंकड़े अद्यतन करने का निर्देश दे ताकि ‘‘झूठी खबरों और दुर्भावनापूर्ण बयानों’’ का तुरंत मुकाबला किया जा सके। हरियाणा में सुबह के समय मतगणना के दौरान सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। दोनों पक्षों का मत प्रतिशत भी काफी करीब था। सुबह आठ बजे मतगणना शुरू होने के तीन घंटे बाद, भाजपा का मत प्रतिशत 38.7 और कांग्रेस का 40.5 प्रतिशत था। शाम 4.25 बजे तक भाजपा का मत प्रतिशत 39.88 और कांग्रेस का 39.05 दर्ज किया गया।