किच्छा। चीनी मिल चालू किए जाने की मांग को लेकर कांग्रेसी विधायक तिलकराज बेहड़ तमाम किसानों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिल परिसर में धरना देकर बैठ गए हैं परन्तु मिल प्रशासन एवं जिला प्रशासन की और से कोई वार्ता करने धरना स्थल पर नहीं पहुंचा।
मिल प्रशासन ने 6 दिसम्बर को नवीन पेराई सत्र का नौटंकी करते हुए पूर्व भाजपा विधायक राजेश शुक्ला से शुभारंभ करा दिया था। जबकि मिल तकनीकी खराबी के चलते बंद थी तथा चालूं होने की हालात में नहीं थी इसके बावजूद भी मिल प्रशासन ने बेशर्मी की हदें पार करते हुए पूर्व विधायक राजेश शुक्ला से शुभारंभ करा दिया,।। वहीं पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने भी मिल प्रशासन से पूछना गवारा नहीं समझा कि बन्द पड़ी मिल का उनसे शुभारंभ क्यों कराया जा रहा है । पूर्व विधायक को खुशी इस बात की थी कि उनसे पेराई सत्र का शुभारंभ कराया जा रहा है, बीते वर्ष पेराई सत्र के मौके पर उन्हें मिल प्रशासन ने पूछा नहीं था तो वह नाराज होकर घर बैठे गए थे जिन्हें गन्ना मंत्री मनाने उनके घर गए थे। 6 दिसम्बर को मिल शुभारंभ के समय चीनी मिल बंद होने पर विधायक तिलक राज बेहड़ ने चैन पटरे पर बैठकर धरना प्रदर्शन किया तो मिल के अधिशासी निदेशक त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने लिखित आश्वासन दिया कि 8 दिसम्बर को चीनी चालू हो जाएगी। परन्तु आठ दिसंबर को भी चीनी मिल चालू नहीं हो सकी है। जिस पर विधायक तिलकराज बेहड़ तमाम किसानों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिल परिसर में धरने पर बैठे हुए हैं उनका कहना है कि जब तक चीनी मिल चालू नहीं होगी तब तक वह धरने पर बैठे रहेंगे। धरना स्थल पर चीनी मिल प्रशासन एवं जिला प्रशासन की ओर से कोई भी विधायक से वार्ता करने नहीं आया है।
विधायक तिलक राज बेहड़ का आरोप है कि गन्ना मंत्री एवं सरकार साजिश एवं षड्यंत्र रचकर किच्छा चीनी मिल को प्राइवेट सेक्टर में बेचने का प्रयास करने में लगे हैं। विधायक बेहड ने कहा कि करोड़ों रुपए की मशीनरी एवं वायरल खरीदें गए है परन्तु फिर भी वायर स्टीम नहीं बना पा रहे हैं। मशीनों की खरीद में भारी घोटाला किया गया है इसकी भी जांच होनी चाहिए। गन्ना किसान मिल गेट पर गन्ने से भरे वाहन लिए खड़े हैं परन्तु गन्ना तौल न होने से किसान परेशान हैं परन्तु उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
किच्छा चीनी मिल को प्राइवेट सेक्टर में बेचने का प्रयास करने का लगाया आरोप