बरेली, – इज्जतनगर थाना क्षेत्र में उर्स-ए-रजवी की चादर निकालने के दौरान माहौल खराब हो गया। दूसरे पक्ष के लोगों ने चादर निकालने का विरोध किया। बताया जा रहा है कि में चादर निकालने को लेकर यहां विवाद हो चुका है। दूसरी तरफ पूरा विवाद पूर्व प्रधान और मौजूदा प्रधान के बीच का होने की बात कही जा रही है, जिसको मजहबी रंग देने की कोशिश की गई। मामला इज्जतनगर थाना क्षेत्र के खजुरिया जुल्फिकार का है। जहां दूसरे समुदाय के लोग उर्स-ए-रजवी की चादर निकाल रहे थे। इस पर दूसरे पक्ष के लोग भड़क गए और नई परंपरा डालवाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पूरे घटनाक्रम से जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं। जिसमें लोगों ने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप भी लगाया।
उधर पुलिस इस मामले को पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान की आपसी कटुता के चलते विवाद होना बता रही है । पुलिस के मुताबिक जुलूस निकालने की लिखित सहमति पूर्व में ही दोनों पक्षों के साथ बातचीत के बाद बन चुकी थी। कुछ लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। फिलहाल शांति के साथ जुलूस निकाला गया।
पूरे मामले पर एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि खजुरिया गांव से जुलूस उर्स-ए-रजवी के दूसरे दिन आला हजरत दरगाह पर जाता है। दोनों पक्षों के बीच लिखित समझौता और पूर्व सहमति भी थी। मगर चादर का जुलूस शुरू करने के स्थान को लेकर मंगलवार दोपहर कुछ लोगों ने विवाद करने का प्रयास किया। जिन्हें पुलिस ने समझाने की कोशिश करते हुए बताया कि जुलूस लिखित समझौते के अनुसार ही चल रहा है। लेकिन हंगामा करने वाले नहीं रुके तो उन्हें डांट फटकार कर मौके से हटाया गया।





