बाजपुर। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी की 100 वीं जयंती के अवसर पर बाजपुर भाजपा महिला मोर्चा के द्वारा नैनी कॉर्बेट होटल के सभागार में अटल काव्यांजलि का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि डॉक्टर पूनम पांडे, भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष उमा जोशी मंडल अध्यक्ष पूजा जिंदल, वरिष्ठ भाजपा नेता मंजीत सिंह राजू, सविता शर्मा, ममता जैन, गीता खत्री द्वारा अटल काव्यांजलि का शुभारंभ अटल जी के चित्र पर दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में देश भर की अनेक कवयित्रियों ने सामाजिक परिदृश्य, अटल जी के काव्य आदर्श, राष्ट्रीय चेतना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, श्रृंगार और वीर रस की कविताओं से पूरे सदन को रोमांचित कर दिया।
देश की प्रसिद्ध कवयित्री बाजपुर निवासी काव्यश्री जैन ने कहा कि सतत चलते रहो चलना मनुज का काम होता है। बिना गंतव्य तक पहुंचे कहां विश्राम होता है। निगाहें लक्ष्य पर रखकर सादा पुरुषार्थ से पथ की, करे जो पार हर बाधा उसी का नाम होता है। अटल काव्यांजलि के मंच की अध्यक्षता कर रही प्रसिद्ध कवयित्री दिल्ली निवासी मंजू शाक्य ने कहा कि हमारे घर की रौनक है हमारी जान है बिटिया दिया ईश्वर ने ख़ुशियों का वही वरदान बिटिया इन्हें तुम कम नहीं आ़कों बढाओ हौसला इनका अगर बेटा है कुलदीपक तो स्वाभिमान है बिटिया शानदार काव्यपाठ करते हुए प्रसिद्ध कवयित्री गीतू माहेश्वरी ने कहा कि राम रावण के संग्राम मिल जाएंगे त्रेता के धर धरा धाम मिल जाएंगे भाव शबरी के तुमको मिलेंगे जहाँ बेर खाते हुए राम मिल जाएंगे गाजियाबाद से पहुंची प्रसिद्ध कवयित्री शिखा दीप्ति ने कहा कि चंडिका काली का तुम अवतार ले लो बेटियों न्याय करने का स्वयं अधिकार ले लो बेटियों रौद्र धरकर रूप दुशासन की आंखों फोड़ दो अब उठो हाथों में तुम हथियार ले लो बेटियों हरियाणा से पहुंची प्रसिद्ध कवयित्री मनीषा सक्सेना कहा कि हृदय से कामना हर के मैं कर निष्काम लाई हूँ कि मन की भाव भूमि पर अवध सा धाम लाई हूँ मैं संयम शील मर्यादा के गहनों से सुसज्जित हूँ धर्म में लाई हूँ सीता कर्म में राम लाई हूँ चंदौसी से पहुंची प्रसिद्ध कवयित्री डॉक्टर दुर्गा टंडन ने अपने ओजमाई काव्य पाठ से सदन में राष्ट्रीय चेतना को जागृत कर दिया, उन्होंने कहा कि मैं साधारण सी दिखती नारी की महिमा गाती हूं नारी क्या-क्या कर सकती है आज तुम्हें बतलाती हूं अलीगढ़ से पहुंची प्रसिद्ध कवित्री भजन गायिका माहेश्वरी ने कहा कि तेरी आंखों में रहना है कहीं जाना नहीं मुझको तुझे पाकर मेरे कान्हा के कुछ पाना नहीं मुझको तेरे एक मुस्कुराने पर मेरा दिल खिल खिला है तुम्हें गति रहो कुछ और अब गाना नहीं मुझको। खटीमा से पहुंची कवयित्री हेमा जोशी ने अपने काव्य पाठ में प्रियतम मेरे मन का गुलशन ऐसे तुम महका जाना। जब जब याद करूँ मैं तुमको, बन कर ख़्वाब चले आना। एटा से पहुंची प्रसिद्ध युवा कवयित्री गीत दीक्षित ने राम कविता से पूरे सदन को राममय कर दिया उन्होंने कहा कि बनते बिगड़े काम दिखाई देते हैं घर में चारों धाम दिखाई देते हैं जब ये मन प्रभु के चरणों में लगता है तब कण कण में राम दिखाई देते हैं अलीगढ़ से पहुंची प्रसिद्ध कवयित्री गीतू माहेश्वरी ने कवि सम्मेलन का संचालन किया। महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष उमा जोशी ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी हमेशा हमारे लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं उनकी कविता एक नई ऊर्जा का संचार करती है आज भारतीय जनता पार्टी जैसे उनके पद चिन्ह में चलकर कार्य कर रही है वही मातृशक्ति को हर क्षेत्र में सम्मान देने का कार्य कर रही है उसी क्रम में आज महिला मोर्चा ने कवित्री सम्मेलन का आयोजन कर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी को उनकी 100 वी शताब्दी पूर्ण होने पर यह कवित्री सम्मेलन उनके चरणों में अर्पित किया। इस अवसर पर नेहा गुप्ता, हर जसपाल सिंह हेरी, महेंद्र सिंह, गोपाल कोछाड, रघुवीर सिंह, डालचंद, PD मंगाई, किशन सिंह ,भगवंत मियान, रश्मि, मोनिका गर्ग, तान्या भटनागर, बिट्टू सिंह डब, शारदा, उर्मिला कांडपाल, विमला देवी, कंचन जोशी, सुशीला मेहरा, नीतू गुप्ता, नेहा जिंदल, गीता चंद्रा, कृष्णा राठौर, स्वीटी जैन , सुनीता गुप्ता, उपासना जिंदल, कविता गर्ग, मनीष शुक्ला, अजय जिंदल, आदि लोग उपस्थित रहे।