बरेली में मैथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज के खेल मैदान पर भूमाफियाओं के कब्जे और अधिकारियों की संदिग्ध चुप्पी का मामला अब गरमाने वाला है। भाजपा नेता महेश पांडेय ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने उठाने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि 27 मार्च को मुख्यमंत्री के बरेली दौरे के दौरान वह इस घोटाले की पूरी परतें खोलेंगे। पांडेय ने साफ कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी और ऊंची पहुंच वाले भूमाफिया अब बच नहीं पाएंगे।
भूमाफियाओं का काला खेल- कौन हैं जमीन कब्जाने वाले?
रमनदीप, सुमित भारद्वाज और सुनील मैसी सहित कई नाम शामिल
महेश पांडेय ने खुलासा किया कि रमनदीप, अरविंदर बग्गा, सुमित भारद्वाज, हरीश अरोड़ा, रविंद्र सक्सेना और रामबाबू जैसे लोग अपनी ऊंची पहुंच का फायदा उठाकर मिशन की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। इनमें से कई पहले ही गैंगस्टर एक्ट के तहत नामजद हैं। पांडेय ने बताया कि सुनील मैसी जैसे लोग मिशन की जमीन को खुर्द-बुर्द कर करोड़ों के मालिक बन गए हैं। मैथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज का ऐतिहासिक खेल मैदान अब इन माफियाओं की अवैध दीवारों से घिर चुका है। पांडेय ने आरोप लगाया कि 2022 में पुलिस प्रशासन ने रमनदीप और उनकी कंपनी के डायरेक्टर्स को भूमाफिया घोषित कर उनकी संपत्ति कुर्क की थी। गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ और लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था। इसके बावजूद ये लोग बेखौफ होकर मिशन की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार में डूबे अधिकारी: कार्रवाई क्यों नहीं?
डीआईओएस से लेकर कमिश्नर तक की शिकायतें बेकार
महेश पांडेय ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत कमिश्नर, डीएम, डीआईओएस और बोर्ड ऑफिस में की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिसके चलते माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। जांच के नाम पर फाइलें दो साल से एक टेबल से दूसरी टेबल पर घूम रही हैं। इस लापरवाही के कारण कॉलेज की मान्यता पर भी संकट मंडरा रहा है। पांडेय ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में आईएएस अभिषेक प्रकाश को भ्रष्टाचार के लिए सस्पेंड किया। बरेली के अधिकारियों पर भी ऐसी ही सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
पूर्व और वर्तमान डीआईओएस की भूमिका संदिग्ध
महेश पांडेय ने पूर्व डीआईओएस देवकी नंदन पर बड़ा आरोप लगाया। उनका कहना है कि देवकी नंदन ने मोटी रकम लेकर जमीन कब्जाने में माफियाओं की मदद की। वहीं, वर्तमान डीआईओएस भी इस मामले को दबाने में जुटे हैं। पांडेय ने मांग की कि दोनों डीआईओएस के खिलाफ मुख्यमंत्री सख्त कार्रवाई करें।
दान की जमीन से शॉपिंग कॉम्प्लेक्स तक की साजिश
1871 में नवाब रामपुर ने दी थी जमीन, अब माफियाओं का कब्जा
मैथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज का खेल मैदान 1871 में नवाब रामपुर ने अमेरिकन न्यू वेस्ट मिशन (अब मैथोडिस्ट चर्च इन इंडिया) को शिक्षा और समाज सेवा के लिए दान दिया था। लेकिन 2022 में शुरू हुई साजिश ने इस ऐतिहासिक जमीन को माफियाओं के हवाले कर दिया। मैथोडिस्ट चर्च के कथित पदाधिकारी न्यूटन परमार ने इसे “अनयूज्ड लैंड” बताकर 610 वर्ग मीटर जमीन क्षितिज इंटरप्राइजेज को लीज पर दी। इसके बाद सुमित भारद्वाज और उनके गैंग ने 2200 गज जमीन पर कब्जा कर चारदीवारी खड़ी कर दी। अब वहां शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाने की तैयारी है।
पांडेय ने सवाल उठाया, “क्या प्रशासन की मेहरबानी के बिना यह संभव था?”
कानून का खुला उल्लंघन, फर्जी नक्शे और नियमों की अनदेखी
4 मार्च 2022 को न्यूटन परमार ने यह लीज डीड साइन की, जबकि नियम कहता है कि स्कूल की जमीन बिना सरकारी समिति की मंजूरी के लीज पर नहीं दी जा सकती। 2019 में एक फर्जी नक्शे के जरिए खेल मैदान को “अनयूज्ड” दिखाया गया, जिसके आधार पर यह घोटाला रचा गया। पांडेय ने कहा कि यह कानून का खुला उल्लंघन है, लेकिन प्रशासन चुप्पी साधे हुए है।
घोटाले का मास्टरमाइंड: सुनील मैसी
धारा 420, 467, 468 में केस, फिर भी बेखौफ
इस पूरे घोटाले का मास्टरमाइंड सुनील मैसी है, जो मैथोडिस्ट चर्च का क्षेत्रीय सचिव है। इसके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और अन्य संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं। पांडेय ने कहा कि सुनील मैसी ने मिशन की जमीन को बेचकर करोड़ों कमाए, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
जांच कमेटी का गठन, लेकिन नतीजा सिफर
कमिश्नर ने बनाई तीन सदस्यीय टीम
कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने बताया कि मैथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज की जमीन पर कब्जे की शिकायत के बाद एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। इसमें बीडीए सचिव, एसडीएम सदर और तहसीलदार सदर शामिल हैं। लेकिन पांडेय का कहना है कि यह सिर्फ दिखावा है, क्योंकि दो साल से जांच के नाम पर केवल समय बर्बाद किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री से उम्मीद, बुलडोजर की गड़गड़ाहट कब?
महेश पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी की “जीरो टॉलरेंस” नीति बरेली में कागजी साबित हो रही है। उन्होंने 17 फरवरी 2024 और 15 दिसंबर 2024 को मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की थी। मामला एडीएम सिटी को जांच के लिए सौंपा गया, लेकिन नतीजा शून्य। पांडेय ने कहा, “अगर प्रशासन जागे, तो सुमित भारद्वाज, न्यूटन परमार और सुनील मैसी पर बुलडोजर चल सकता है। सवाल यह है कि ऐसा कब होगा?”
बरेली में होगा बड़ा खुलासा
महेश पांडेय ने चेतावनी दी कि 27 मार्च को मुख्यमंत्री के सामने यह पूरा घोटाला बेनकाब होगा। उन्होंने कहा, “भूमाफिया और भ्रष्ट अधिकारी अब तक बचते आए हैं, लेकिन अब उनकी उलटी गिनती शुरू हो गई है।” बरेली की जनता और मैथोडिस्ट गर्ल्स इंटर कॉलेज के छात्राओं की नजरें अब मुख्यमंत्री योगी पर टिकी हैं। क्या इस बार बुलडोजर चलेगा, या फाइलें फिर से टेबल पर धूल खाएंगी?





