*प्रवीण कुमार*
बस स्टैंड पर पार्सल ठेकेदार की सरेशाम गोली मारकर हत्या, पुलिस अब तक नहीं कर पाई गिरफ्तारी
बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड पर 70 दिन पहले पार्सल ठेकेदार की सरेशाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप बस स्टैंड पर काम करने वाले कुलियों पर है। इस हमले में अनुज पांडेय की मौत हो गई थी, जबकि उनका भाई अतुल पांडेय गंभीर रूप से घायल हुआ था। अब तक पांच आरोपी फरार हैं, जिससे परिवार में डर का माहौल बना हुआ है।
घटना का लाइव मर्डर, एक आरोपी मौके पर गिरफ्तार
11 फरवरी की शाम करीब 6 बजे नौबत यादव नाम का कुली हाथ में तमंचा लेकर आया और अनुज व अतुल पांडेय पर फायरिंग कर दी। गोली अनुज के सीने में लगी, जिससे वह वहीं गिर पड़े। वहीं अतुल को भी पार्सल घर के अंदर पीछे से गोली मारी गई। घटना के बाद बस स्टैंड पर भगदड़ मच गई। इस बीच आरोपी हवा में फायर करते हुए भागने लगे, लेकिन पुलिस ने नौबत यादव और एक अन्य आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया।
7 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर, 5 अब भी फरार
अनुज के पिता राजेश पांडेय ने 12 फरवरी को बारादरी थाने में नौबत यादव, दिनेश यादव, राजन, कामदेव, नन्हे, इसरार और सुनील कश्यप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इनमें से केवल नौबत यादव और सुनील कश्यप की गिरफ्तारी हुई है, बाकी पांच आरोपी अब भी फरार हैं।
परिवार को लगातार मिल रही धमकियां
अनुज के साले शुभम शुक्ला ने आरोप लगाया है कि उनके जीजा की सरेआम हत्या के बाद भी बाकी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। उनका कहना है कि पूरा परिवार डरा हुआ है और उन्हें जान का खतरा है। शुभम ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर पुलिस चाहती तो सभी आरोपी अब तक सलाखों के पीछे होते।
क्या है पूरा मामला?
प्रतापगढ़ के ग्राम जूडापुर निवासी राजेश पांडेय के बेटे अनुज और अतुल को बरेली सेटेलाइट बस स्टैंड पर यूपी परिवहन निगम के पार्सल कोरियर का 5 साल का टेंडर मिला था। लेकिन कुलियों के एक गुट ने शुरू से ही उन्हें परेशान करना शुरू कर दिया था। लगातार धमकियों के बाद 11 फरवरी को नौबत यादव और उसके साथियों ने दिनदहाड़े हमला कर दिया। अनुज की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अतुल गंभीर रूप से घायल हो गए।





