बाजपुर। पूर्व सीएम और हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दलितों को कुत्ता कहना एवं राज्य में वैद्य खनन को खनन अधिकारियों की मिली भगत से कराय जाने का आरोप लगाते हुए बंद करने की मांग की।
वरिष्ठ भाजपा नेता और बाजपुर गुरुद्वारा सिंह सभा के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह किंदा के नेतृत्व में आक्रोशित दलित समाज और खनन कारोबारीयों ने सैकड़ो की संख्या में कृषि मंडी परिसर से जन आक्रोश रैली निकालकर शहीद भगत सिंह चौक पर सांकेतिक धरने पर बैठकर पूर्व सीएम का पुतला फूंका और उन्होंने कहा कि यह टेलर है अभी तो पिक्चर बाकी है। सीएम ने माफी नहीं मांगी तो इससे बड़ा आंदोलन राज्य में होगा। वरिष्ठ भाजपा नेता और गुरुद्वारा सिंह सभा बाजपुर के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह किंदा का बाजपुर विधानसभा क्षेत्र में अपना अलग ही वर्चस्व है उनके एक इशारे पर हजारों की संख्या में रॉयल गार्डन में भिड़ एकत्र हो गई बहा से गाड़ियों में बैठकर कृषि मंडी परिसर पहुंचे। जहां से उन्होंने मंडी गेट से दलित समाज और आकर्षित खनन कारोबारीयों ने उनके नेतृत्व में मेन बाजार में रैली निकालते हुए शहीद भगत सिंह चौक पर पहुंचकर सांकेतिक धरना दिया।उसके बाद पूर्व सीएम वर्तमान हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला दहन करते हुए उन्होंने चेतावनी दी की सीएम द्वारा माफी नहीं मांगी गई तो इससे बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं बाजपुर विधानसभा क्षेत्र सहित राज्य की जनता के साथ खड़ा हूं दलित समाज का किसी भी कीमत पर अपमान सहन नहीं करूंगा उन्हें दलित समाज के लोगों से मीडिया के सामने आकर माफी मांगनी होगी। उन्होंने कहा है कि हरिद्वार में सबसे ज्यादा दलित समाज है और दलित समाज की वजह से वहां से सांसद बने हैं उसके बावजूद भी उनकी इतनी खटिया मानसिकता हो सकती है यह जनता को अंदाजा नहीं था दलित समाज के लिए अभद्र टिप्पणी करनी पूर्व सीएम के लिए शर्मनाक है। उन्होंने कहा मैं जनता के लिए जीता हूं और जनता की सेवा करने में ही अपना कर्तव्य समझता हूं मैं अपने राज्य की जनता के हर सुख दुख में उनके साथ खड़ा हूं। यह मैं किसी भी कीमत पर सहन नहीं कर सकता। प्रमुख समाजसेवी अमरजीत सिंह बब्बर ने संबोधित करते हुए कहा कि कुलविंदर सिंह किंदा ने दलितों के दर्द को समझा और उनकी एक आवाज पर हजारों की संख्या में महिला पुरुष एकत्र हो गए। इससे ही पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को अंदाजा लगा लेना चाहिए कि कुलविंदर सिंह किंदा जो कहते हैं वह करके दिखाते हैं उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी थी कि माफी नहीं मांगी तो इससे भी बड़ा आंदोलन होगा और हमने करके दिखाया। इस मौके पर सतनाम सिंह वाल, रणजीत सिंह, मंगा सिंह, अजमेर मांड, सुरेंद्र बारवाल, हरकेश सिंह केशी, सोनू मांड, जीता सिंह, प्रेम शर्मा, हरदयाल सिंह, महेंद्र शर्मा, जसविंदर सिंह सन्नी, गुरदेव सिंह, आदि मौजूद रहे।





