रुद्रपुर के भदईपुरा बस्ती में आज एक अत्यंत भावुक और देशभक्ति से ओतप्रोत दृश्य देखने को मिला। हाल ही में श्रीनगर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए देश के वीर जवानों और मेहमानों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों ने एक विशेष दुआ और प्रार्थना सभा का आयोजन किया।
इस श्रद्धांजलि सभा में सभी धर्मों और वर्गों के लोग एक साथ शामिल हुए — मुस्लिम, हिंदू, सिख, ईसाई — सबने मिलकर देश के लिए शहीद हुए जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मोमबत्तियाँ जलाकर वीर शहीदों को नमन किया गया और फिज़ाओं में एक ही स्वर गूंजा —
“शहीदों अमर रहें!”
“भारत माता की जय!”
“पाकिस्तान मुर्दाबाद!”
गुस्से और दर्द से भरे इन नारों ने आतंक के खिलाफ जनता के आक्रोश को उजागर किया।
लोगों ने भारत सरकार से यह अपील की कि इस कायराना हरकत के दोषियों को अविलंब पकड़ा जाए और उन्हें ऐसी सज़ा दी जाए जो आने वाले वक्त के लिए एक सख्त संदेश बने।
बस्ती के मौलवियों, समाजसेवकों और युवाओं ने भी मंच से स्पष्ट कहा —
“आतंक का कोई मज़हब नहीं होता, और हम सब मिलकर इस ज़हर को जड़ से खत्म करेंगे।”
उन्होंने पूरे देश के मुसलमानों से यह आह्वान किया कि वे आतंक के खिलाफ खुलकर सामने आएं और हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई — सभी एक स्वर में आतंकवाद के विरुद्ध खड़े हों।
भदईपुरा बस्ती ने आज यह दिखा दिया कि जब बात देश की होती है, तो हम सब एक हैं — एक झंडे के नीचे, एक आवाज़ के साथ।
“हम सब एक हैं, और भारत हमारे दिल में है





