रुद्रपुर। मंगलवार सुबह ऑटो चालकों ने अचानक ऑटो का संचालन रोक दिया और कुछ लोगों पर अवैध वसूली और मारपीट का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। आरोप था कि प्रति ऑटो 20 रुपये प्रतिदिन की अवैध वसूली की जा रही है और रुपये न देने पर मारपीट की जा रही है। वहीं आरोप था कि अवैध वसूली करने वाले एक स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस की धौंस दिखा रहे हैं। मेट्रोपोलिस कालोनी के गेट पर ऑटो चालकों के एकत्र होने की सूचना पर सिडकुल चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और ऑटो चालकों को कोतवाली भेजा।
मंगलवार सुबह गुस्साए ऑटो चालकों ने अपने ऑटो हाईवे किनारे खड़े कर दिए और अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए सभी मेट्रोपोलिस गेट के पास एकत्र हो गए। इस दौरान सूचना पर वहां सिडकुल चौकी इंचार्ज पंकज कुमार भी पहुंच गए। ऑटो चालकों का आरोप था कि सतीश और विजय नाम के दो लोग अपने साथियों के साथ ऑटो चालकों से जबरन 20 रुपये प्रति ऑटो वसूली कर रहे हैं। विरोध करने पर उन्हें धमकाया और पीटा जा रहा है। उनका आरोप था कि एक स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस की धौंस दिखाकर वह उन्हें धमका रहे हैं। साथ ही 20 रुपये प्रतिदिन न देने पर रुद्रपुर में किसी भी रूट पर ऑटो न चलने देने की धमकी दे रहे हैं। गुस्साए ऑटोचालकों ने पुलिस से कार्यवाही की मांग की। वहीं मौके पर पहुंचे सिडकुल चौकी इंचार्ज ने कहा कि मामला रोडवेज का बताया जा रहा है और यह क्षेत्र उनके कार्यक्षेत्र में नहीं है। ऐसे में ऑटो चालकों को कोतवाली जाकर अपनी बात रखने को कहा गया है। वहीं इसके बाद ऑटो चालक कोतवाली चले गए और वहां हंगामा कर प्रदर्शन किया।
मंगलवार सुबह गुस्साए ऑटो चालकों ने अपने ऑटो हाईवे किनारे खड़े कर दिए और अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए सभी मेट्रोपोलिस गेट के पास एकत्र हो गए। इस दौरान सूचना पर वहां सिडकुल चौकी इंचार्ज पंकज कुमार भी पहुंच गए। ऑटो चालकों का आरोप था कि सतीश और विजय नाम के दो लोग अपने साथियों के साथ ऑटो चालकों से जबरन 20 रुपये प्रति ऑटो वसूली कर रहे हैं। विरोध करने पर उन्हें धमकाया और पीटा जा रहा है। उनका आरोप था कि एक स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस की धौंस दिखाकर वह उन्हें धमका रहे हैं। साथ ही 20 रुपये प्रतिदिन न देने पर रुद्रपुर में किसी भी रूट पर ऑटो न चलने देने की धमकी दे रहे हैं। गुस्साए ऑटोचालकों ने पुलिस से कार्यवाही की मांग की। वहीं मौके पर पहुंचे सिडकुल चौकी इंचार्ज ने कहा कि मामला रोडवेज का बताया जा रहा है और यह क्षेत्र उनके कार्यक्षेत्र में नहीं है। ऐसे में ऑटो चालकों को कोतवाली जाकर अपनी बात रखने को कहा गया है। वहीं इसके बाद ऑटो चालक कोतवाली चले गए और वहां हंगामा कर प्रदर्शन किया।






