रूद्रपुर । गत 29 जून को मोहल्ला रेशमबाड़ी में एक महिला द्वारा फांसी लगाकर की गई आत्महत्या के मामले में उसके भाई ने मृतका बहन के ससुरालियों पर मौत का जिम्मेवार बताते हुए रपट दर्जे कराई है।
विजय पाल पुत्र स्व. रतन लाल निवासी ट्रांजिट कैम्प शिव नगर वार्ड 7 ने दर्ज रपट में कहा है कि 12 वर्ष पूर्व उसने अपनी बहन आरती की शादी रेशमवाड़ी वार्ड न-12 रुद्रपुर में अजयपाल शर्मा से की थी। तब से ही उसका पति व ससुराल वाले उसके साथ मारपीट कर बहुत अत्याचार करते थे। बहन की सास फूला देवी, ससुर तिलक राम,नन्द ममता, नन्दोई महेश, देवर ओमवीर बहन के पति को उकसाकरे बेल्टों व डंडे से पिटवाते थे व आधी रात में बहन को बुरी तरह मारपीट कर घर से धक्का देकर बहार निकाल दिया करते थे। परिवार द्वारा समझाने पर भी उक्त लोगों ने बहन के ऊपर अत्याचार करना नहीं छोड़ा। आरोप है कुछ समय पहले अजय पाल ने एक प्लाट किश्तों पर लिया था जिसकी भरपाई करने के लिए वो आरती से बार बार पैसे मायके से पैसे लाने का दवाब बनाते थे। पैसे नहीं लाकर देने पर वो लोग उसकी बहन के साथ बहुत बुरा व्यवहार करते थे। ससुराल वालो व पति के अत्याचार से तंग आकर बहन आरती ने 29-06- 2023 को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। 30-06-2023 को पुलिस मोके पर पहुंची तो बहन के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला एवं मृतका के दोनों हाथो पर लिखा पाया गया की देव मुझे माफ कर देना। जबकि उसकी बहन कम पढ़ी लिखी थी। और दोनों हाथो से नहीं लिख सकती थी। विजयपाल का कहना है उसे संदेह है कि जो सुसाइड नोट पाया गया है वो झूठा है और जो हाथो पर लिखा पाया है वो उसके ससुराल वालो की सोची समझी साजिश के तहत लिखा गया है। जब बहन आरती ने खुदकुशी की तो उसकी सूचना न मायके वालो को और न ही पुलिस को दी गयी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की रपट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।





