रुद्रपुर। जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल खुद बीमार हाल में पहुंच गया है। उधम सिंह नगर जिले के मुख्यालय रुद्रपुर स्थित जवाहरलाल नेहरू जिला चिकित्सालय में 49 स्वीकृत पदों में से केवल 18 डॉक्टर ही तैनात हैं। डॉक्टरों की भारी कमी से इलाज के लिए आने वाले सैकड़ों मरीजों को घंटों तक लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।
कागजों में यह अस्पताल 125 बेड का बताया गया है, लेकिन हकीकत में यहां सुविधाओं का अभाव साफ झलकता है। अस्पताल में फिजिशियन, बाल रोग, चर्म रोग, मनोरोग और अन्य विशेषज्ञों के 31 पद खाली हैं। विशेषज्ञों की कमी के कारण अस्पताल में गंभीर मरीजों को अक्सर हल्द्वानी या बरेली जैसे बड़े अस्पतालों में रेफर करना पड़ता है।
जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आर.के. सिन्हा का कहना है कि लगातार विभाग को पद रिक्तियों की जानकारी भेजी जा रही है, जल्द ही डॉक्टरों की तैनाती होने की उम्मीद है।
वहीं, इलाज कराने पहुंचे मरीज स्वर्ण सिंह का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर कम हैं, जिससे मरीजों को लंबे इंतजार के बाद इलाज मिल पाता है।
हर दिन करीब 700 मरीज अस्पताल में इलाज कराने पहुंचते हैं, लेकिन सीमित डॉक्टरों और सुविधाओं की कमी के चलते अधिकांश मरीज निराश होकर लौट जाते हैं।
जिले का यह मुख्य अस्पताल अब मरीजों के लिए इलाज का नहीं बल्कि “रेफर सेंटर” बनकर रह गया है।





