रूद्रपुर। पैसा डबल करने वाले गिरोह का किया पुलिस ने भंडाफोड़, गिरोह के तीन सदस्य को गिरफ्तार किया हैं। आपको बता दे की आठ दिसंबर /2023 को वादी इन्द्रसेन वर्मा पुत्र राम लाखन वर्मा निवासी ग्राम सेखवापुर पो. अंगरासी थाना तालगांव जिला सीतापुर की तहरीर वादी के साथी मौ. हंजला पुत्र असलम दोनों एक ही गांव के रहने वाले हैं वादी व उसके साथी आसपास के गांवों में फेरी लगाने का काम करते हैं। वादी व वादी के साथी हंजला को जिसान निवासी इटारी थाना तालगांव सीतापुर, के साथी पहले से जानते थे जिसान ने वादी से कहा कि रुद्रपुर व नैनीताल में आज कल बहुत ठण्डी है वहां पर तुम अपने कम्बल आदि बेच सकते हो। रुद्रपुर में मेरे जानने वाले विकास उर्फ लियाकत उर्फ पिन्टु व अन्य कुछ लोग हैं जो 500 रुपये के बदले में दुगने 1000 रुपये देते हैं आप जितने भी रुपये लगाओगे आपको उसके दोगुने वापस मिल जायेंगे। जिससे तुम अपना माल खरीद बेच कर मुनाफा कमा सकते हो। इसके कहने पर विश्वास में आकर, पैसों के लालच में आकर हम लोग एक लाख रुपये लेकर जिसान के साथ उसके दो अन्य साथी अंकित, शिवम आदि के साथ रुद्रपुर आये। जिसान हमें रुद्रपुर में पप्पू ढाबे में लेकर गया वहां पर वह अपने साथी विकास उर्फ लियाकत उर्फ पिन्टू के आने का इन्तजार करने लगा उसने बताया कि मेरा साथी अभी पैसे लेकर आ रहा है। वहां पर हम सब ने दुगुने रुपये मिलने के लालच में आकर अपने साथ आये अंकित, शिवम् के साथ मिलकर दो लाख (2,00,000) रुपये इकट्ठे किये जिसमें मेरे 50 हजार व हमजा के 50 हजार रुपये थे बांकी रुपये उन लोगों के थे, उनके पास एक गाड़ी इन्द्रसेन वर्मा भी थी जो उन्होंने दूर खड़ी की थी थोड़ी देर बाद विकास उर्फ लियाकत उर्फ पिन्टु वह भी रुद्रपुर में पप्पू ढाबे के पास आ गया और उसने बताया कि एक लड़का पैसों का बैग लेकर आ रहा है तुम ये रुपये मुझे दे दो। हमने कहा कि जब वो रुपये आ जायेंगे तभी हम तुमको रुपये देंगे। जिसान के कहने पर विश्वास में आकर दोगुने पैसों के लालच में हमने उनको रुपये दे दिये जिनको हमने रुपये दिये थे उसका नाम विकास उर्फ लियाकत उर्फ पिन्टु है जिनमें से एक व्यक्ति ने नीली रंग की पगड़ी पहनी थी जिसान ने उसका नाम छिन्दर बताया था जैसे ही उसने हमें पैसों का बैग दिया तभी थोड़ी दूर जाने लगे तभी वहां बिना नम्बर की नीले स्कूटी पर पुलिस वर्दी पहने एक लड़का आया उसके साथ एक अन्य व्यक्ति जो स्कूटी चला रहा था सादे कपड़ों में था। जिसे वह पुलिस वाला सुरेन्द्र भाई कह रहा था वह दोनों लोग हमें डरा धमकाकर तलाशी लेने के नाम पर रुपयों का बैग छीनने लगे, हमारे बैग देने से मना करने पर वर्दी पहने हुए व्यक्ति ने अपना नाम वीरेन्द्र बताते हुए कहा कि हम पुलिस वाले हैं तू हमें तलाशी लेने से रोकेगा और हमारा बैग छीनकर भाग जाने के सम्बन्ध में थाना हाजा पर मुकदमा F.I.R NO 676-2023 धारा 356/420 भादवि तफ्तीशी पंजीकृत किया गया।





