*प्रवीण कुमार*
बरेली। पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक के बाद उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। इसी कड़ी में बुधवार रात 8:00 बजे अचानक युद्ध का सायरन बजा और पूरे शहर में ब्लैकआउट कर दिया गया। महज़ 10 मिनट के लिए पूरे शहर की रफ्तार थम गई। नागरिकों ने वाहनों की लाइटें भी बंद कर दीं, जिससे चारों ओर घनघोर अंधकार छा गया।
ब्लैकआउट में चला युद्ध का सजीव अभ्यास
इस मॉक ड्रिल के दौरान दुश्मन देश की ओर से बमबारी का सिमुलेशन किया गया। इससे कथित रूप से घायल हुए लोगों को सिविल डिफेंस के वार्डनों ने बचाया, जबकि लगी आग पर फायर ब्रिगेड ने काबू पाया। घायलों को त्वरित रूप से एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुँचाया गया। पूरे ऑपरेशन में NCC और सिविल डिफेंस के सदस्य सक्रिय रूप से तैनात रहे।
मॉक ड्रिल के जरिये युद्ध जैसी स्थिति का अभ्यास
यह मॉक ड्रिल दरअसल आम नागरिकों को युद्ध जैसी आपात स्थिति में जागरूक और तैयार करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। बरेली प्रशासन की अगुवाई में की गई इस मॉक ड्रिल में जिला और नगर प्रशासन की पूरी मशीनरी मौजूद रही।
प्रमुख अधिकारी और संस्थाएं रही मौजूद
ड्रिल के दौरान बरेली की कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, डीएम अविनाश सिंह, एसएसपी अनुराग आर्य, सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह, सीडीओ जग प्रवेश, बीडीए वीसी मणिकंडन, नगर आयुक्त संजीव मौर्य, सीएफओ चंद्र मोहन शर्मा, एसपी साउथ अंशिका वर्मा, एसपी नॉर्थ मुकेश चंद्र मिश्रा, एसपी ट्रैफिक मोहम्मद अकमल खान, एसपी सिटी मानुष पारीक, एडीएम प्रशासन, न्यायिक, फाइनेंस, सदर, सभी सर्कल के सीओ और थानों के इंस्पेक्टर उपस्थित रहे।
एनसीसी, एनएसएस और वॉलंटियर्स ने निभाई अहम भूमिका
मॉक ड्रिल में एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस के स्वयंसेवक और सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स ने पूरे जोश और समर्पण के साथ भाग लिया। मौके पर फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और पुलिस की गाड़ियों की भी पूरी तैनाती की गई थी।





