बरेली: विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची ने एक बार फिर कांग्रेस और खासकर नेहरू-गांधी परिवार पर तीखा हमला बोला है। बरेली के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि नेहरू-गांधी परिवार की नीतियाँ हमेशा पाकिस्तान और आतंकवादियों के प्रति नरम रहीं हैं।
उन्होंने इंदिरा गांधी के नेतृत्व में 1971 के युद्ध के बाद 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को सम्मानपूर्वक वापस भेजने को लेकर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि उस समय 53 हजार भारतीय सैनिक पाकिस्तानी कैद में थे, लेकिन उन्हें छुड़ाने में सरकार विफल रही।
साध्वी प्राची ने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी के शासनकाल में हिंदुओं को जबरन नसबंदी के लिए मजबूर किया गया, जबकि मुस्लिम समुदाय को इस नीति से अलग रखा गया। उन्होंने कहा, “मुस्लिमों को 30-40 बच्चे पैदा करने की छूट दी गई और हिंदुओं पर जनसंख्या नियंत्रण के नाम पर जबरन कार्रवाई हुई।”
‘बदल चुका है भारत, अब आतंकवादियों को घर में घुसकर मारता है’
पिछले दिनों पहलगाम में हुए हिंदुओं पर हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि यह नया भारत है जो अब आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारता है। “ये मोदी, अमित शाह और अजीत डोभाल का भारत है जो आतंक का करारा जवाब देना जानता है,” उन्होंने कहा।
‘बटला हाउस एनकाउंटर पर सोनिया गांधी की आंखों में आए थे आँसू’
साध्वी प्राची ने बटला हाउस एनकाउंटर का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया कि जब आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी, तब कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी रो पड़ी थीं। उन्होंने कहा कि यह नेहरू-गांधी परिवार की मानसिकता को दर्शाता है, जो राष्ट्रहित की बजाय वोटबैंक की राजनीति को तरजीह देता है।





