हाल ही में आला हजरत के उर्स के अवसर पर, पूरे शहर में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी चौकसी में लगे थे। इस बीच अपूर्व श्रीवास्तव की ड्यूटी भी लगाई गई थी। लेकिन इतने गंभीर अवसर पर जिम्मेदारी निभाने के बजाय वह जम्मू-कश्मीर घूमने निकल गए।
डीएम का सख्त रुख
जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने इस मामले को गंभीर मानते हुए अपूर्व श्रीवास्तव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए हैं। साथ ही रिपोर्ट की एक कॉपी प्रमुख सचिव एवं विभागाध्यक्ष को भी भेजी गई है, ताकि उच्च स्तर पर निर्णय लिया जा सके।
खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली से जनता में रोष ..
खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर लंबे समय से उठ रही शिकायतों ने आखिरकार जोर पकड़ लिया है। जिला अभिहित अधिकारी (डीओ) अपूर्व श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन पर लगातार वसूली करने, लाइसेंस जारी करने में धांधली, और विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने की शिकायतें आ रही थीं।
सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री का नोटिस
मामले को गंभीर मानते हुए सिटी मजिस्ट्रेट ने अपूर्व श्रीवास्तव को नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि:
बरेली में कई ऐसे लाइसेंस जिनकी अनुमोदन प्रक्रिया अधूरी थी, उन्हें बिना समीक्षा ही जारी कर दिया गया।
विभागीय कार्यों में उनकी सत्यनिष्ठा संदिग्ध प्रतीत होती है। पूरे जिले से लगातार वसूली की शिकायतें मिल रही हैं। इस नोटिस की कॉपी जिलाधिकारी को भी भेजी गई है, ताकि स्थानीय स्तर पर जांच की जा सके। जनता की आवाज स्थानीय व्यापारियों और आम नागरिकों का कहना है कि खाद्य विभाग में बिना सेटिंग के कोई भी कार्य पूरा नहीं होता।
वसूली की शिकायतें आम हैं, और लाइसेंस प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है।
अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि विभागीय स्तर पर अपूर्व श्रीवास्तव के खिलाफ किस हद तक कार्रवाई होती है।





