संवाददाता,रूद्रपुर। -पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों के साथ गुटबाजी को अंजाम देने के बाद अब हाथापाई प्रकरण में जहां महानगर अध्यक्ष और कांग्रेस नेता ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देकर आरोप-प्रत्यारोप के तीर छोड़ दिए है। वहीं विधायक बेहड़ और जिलाध्यक्ष भी खुल कर सामने आ चुके है। जिसके बाद कांग्रेस कुनबा बढ़ने के साथ ही जानी दुश्मन बन गया है।
पर्यवेक्षक डॉ नरेश कुमार की कार्यकर्ता संवाद बैठक में हुए बवाल और हाथापाई की घटना के बाद कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सी पी शर्मा का आरोप था कि शांतिपूर्ण बैठक के दौरान व्यापारी नेता संजय जुने जा बेवजह हंगामा काटने लगते है और जब नंदकिशोर नाम के कार्य कर्ता ने रोकने की कोशिश की। तो संजय जुनेजा के साथ मोहनखेड़ा ,राजेंद्र मिश्रा व पवन वर्मा ने अभद्रता शुरू कर दी। इसी बीच वार्ड 39 के पार्षद सौरभ राज बेहड़ ने नंद किशोर पर हमला करते हुए हाथापाई कर पीटना शुरू कर दिया और सभी ने एकजुट होकर जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। पार्षद ने धमकाया कि मै विधायक का बेटा हूं। मेरा कोई कुछ नही बिगाड़ सकता। उधर,मेयर का चुनाव लड़ चुके कांग्रेस नेता मोहन खेड़ा ने भी तहरीर देते हुए आरोप लगाए कि बैठक के दौरान योजनाबद्ध ढंग से कांग्रेस नेता संदीप चीमा अपने साथियों के साथ आते है और पंचायत चुनाव में सक्रिय भूमिका निभाने वाले बुजुर्ग राजेंद्र मिश्रा पर हमला बोल देते है और जमीन पर गिराकर गला दबाने और जबरन कार में डालकर अपहरण की कोशिश करते है। जब कार्यकर्ता ने चंगुल से छुडाया। तो धमकी दी कि जल्द ही मिश्रा को निपटा देंगे और जैसे ही आदर्श कॉलोनी चौकी पहुंचे कि राजेंद्र मिश्रा गश खाकर नीचे गिर जाते है,क्योंकि हमले के दौरान अंदरूनी गंभीर चोटें भी आई थी। महानगर अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता ने एक दूसरे के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।
थप्पड़ याद रहेगा सौरभ राज बेहड़
रूद्रपुर। कार्यकर्ता संवाद बैठक में जिस प्रकार गुटबाजी गुंडागर्दी पर उतारू हो गई थी और दिल्ली से आए पर्यवेक्षक असहज से दिखे। वहीं तहरीर बाजी के साथ ही मोर्चाबंदी भी होने प्रारंभ चुकी है। यहीं नहीं अब जुबानी जंग व बाहुबल के बाद सोशल मीडिया पर भी धमकी का दौर शुरू हो चुका है। फेसबुक आई डी पर एक कार्यकर्ता ने लिखा कि थप्पड़ याद रहेगा सौरभ राज बेहड़। इन चंद शब्दों के मायने कई निकल रहे है। जिसे धमकी भी समझा जा चुका है। अब देखना यह है कि इस मैसेज का असर क्या होगा।
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कोई विधायक बेटा,तो कोई रहा छात्र नेता
रूद्रपुर। कार्यकर्ता संवाद में हुए बवाल व हाथापाई के बाद जिन लोगों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई का मुद्दा उठाया गया है। वह कांग्रेस पार्टी के सक्रिय नेता माने जाते है। जिसमें पार्षद सौरभ राज बेहड़ किच्छा विधायक तिलकराज बेहड़ के बेटे है,जबकि संदीप चीमा छात्र संघ अध्यक्ष के अलावा पंचायत सदस्य भी रहे। वहीं संजय जुनेजा जो कि प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के दो बार भारी मतों से विजयी होने वाले महानगर अध्यक्ष है। साथ ही मोहन खेड़ा जिनका शहरी इलाके में अच्छा खासा प्रभाव है और कई बार भुरारानी से पार्षद और कांग्रेसी झंडे पर मेयर का चुनाव भी लड़ा। सोचने वाली बात यह है कि जब पार्टी का झंडा बुलंद करने वाले ही मोर्चाबंदी,गुटबाजी और गुंडागर्दी करेंगे। तो पार्टी का उधार कैसे होगा।
टुटने लगा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल
रूद्रपुर। जिस प्रकार शहर कांग्रेस की गुटबाजी और हाथापाई खुलकर सामने आई है। उससे साफ है कि बडे नेताओं की वर्चस्व की लड़ाई का सबसे ज्यादा असर उन कार्यकर्ताओं पर पडेगा। जो पार्टी की सेवा कर रहे है और हमेशा कांग्रेस का ही झंडा बुलंद करने की सोचते है। प्रकरण के बाद अब कार्यकर्ताओं ने दबी जुबान में भाजपा के अनुशासन को याद करना शुरू कर दिया है। उनका मानना है कि यह घटना या गुटबाजी भाजपा में होती। तो अब तक कई बड़े नेताओं को पार्टी बाहर का रास्ता दिखा देती।
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