रूद्रपुर। आगामी गीष्मकाल में सुचारू पेयजल व विद्युत एवं मानसून काल में जल भराव व बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए अभी से पूर्ण तैयारियां करने निर्देश जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्री भदौरिया ने सम्बन्धित अधिकारियों की ग्रीष्मकाल व मानसूनकाल की तैयारियो की बैठक लेते हुए कहा कि गर्मी का सीजन प्रारम्भ हो गया है, जैसे ही गर्मी बढ़ेगी पेयजल समस्याएं उत्पन्न होगीं। इसलिए पेयजल महकमा अपनी पेयजल लाईनो, हैण्डपम्प, नलकूपों को जहां भी मरम्मत आदि की जरूरत है उसे तत्काल करा लें ताकि जनमानस को सुचारू पेयजल उपलब्ध कराया जा सकें। उन्होने कहा फिर भी पेयजल समस्या आने पर वैकल्पिक रूप से पेयजल उपलब्ध कराने हेतु टैंकरों की व्यवस्था भी अभी से सुनिश्चित कर ली जाय। उन्होंने विद्युत अभियंताओ को भी विद्युत लाईनो, ट्रांसफार्मर आदि की मरम्मत करने व भण्डार में अतिरिक्त ट्रांसफार्मर रखने के निर्देश दिये ताकि नलकूपो व अन्य क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर खराब होने पर तत्काल बदलकर विद्युत व्यवस्था सुचारू की जा सकें। उन्होंने नगर निकायों को शहरो के सार्वजनिक स्थलों, बस अड्डो व कार्यालयों में प्याऊ, वाटर कूलर लगाने के निर्देश दिये। उन्होने स्वास्थ्य विभाग को लू लगने व गर्मी से होने वाले अन्य बीमारियों की दवाएं, ओआरएस पर्याप्त मात्रा में रखने के साथ ही सभी चिकित्सालयों में लू वार्ड व वर्न वार्ड स्थापित करने के निर्देश भी दिये। उन्होने कहा लू से बचाव हेतु जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाय। उन्होंने अग्निशमन को शहरो में स्थापित फायर सिस्टम की जांच करने व वाहनों को तैयार रखने के निर्देश दिये। उन्होने सभी उप जिलाधिकारियो, खण्ड विकास अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में वनाग्नि पर भी पैनी नजर रखने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि मानसून काल में जल भराव, बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारिया भी अभी से कर ली जाये। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी संबंधित अधिकारी सभी आवश्यक तैयारियों का जमीनी स्तर पर निरीक्षण कर ले तथा ऐसे क्षेत्र जहां पर पिछले वर्षों में जलभराव एवं बाढ का अधिक प्रभाव रहा है वहां पर सुरक्षात्मक कार्यों पर अधिक ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि सभी उप जिलाधिकारी अपने क्षेत्रों में सिंचाई, लोनिवि, निकाय अधिकारियों से समन्वय बनाकर कार्ययोजना बनाते हुए नदी-नाले, नहर व शहरी क्षेत्र में नालो-नालियों की सफाई कराना सुनिश्चित करे। उन्होंने सभी नगर निकाय अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रथम चरण में सभी नाली व नालो को 30 अप्रैल तक सफाई कराना सुनिश्चित करें तथा जीओ टैग के साथ फोटोग्राफ भी प्रेषित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण में वर्षाकाल से पूर्व सभी नहर, नाली व नालो की दोबारा सफाई कराना भी सुनिश्चित करेगें। उन्होने सड़क महकमों को निर्देश दिये कि स्कवर, पुलिया के नीचे का मलवे की सफाई करना सुनिंिश्चत करेगें। इसी तरह सिंचाई विभाग को नदी, जलाशयो में जहां अधिक सिल्ट जमा हो गयी है, शीघ्र सर्वे कर ड्रेजिंग हेतु प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने सभी निकाय अधिकारियों को अपने-अपने निकायो के नदी, नालो व नालियो का जीआईएस मैप बनाने के निर्देश दिये साथ ही उन्होने सिंचाई विभाग को पूरे जनपद के नदी, नालो, जलाशयो का जीआईएस बेस मैप तैयार करते हुए सम्भावित जल भराव व बाढ़ क्षेत्रों के समाधान हेतु लघु व दीर्घकालिन कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी, अपर जिलाधिकारी अशोक कुमार जोशी, ओसी गौरव पाण्डेय, अधिशासी अभियन्ता लोनिवि ओपी सिंह, सिंचाई बीएस डांगी, एएस नेगी, अजय कुमार जौन, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमाशंकर नेगी सहित सभी उप जिलाधिकारी, निकाय अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।





