*प्रवीण कुमार*
बरेली। पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिंसा, धार्मिक असहिष्णुता और कथित हिंदू विरोधी नीतियों को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शनिवार को बरेली में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का पुतला फूंका और केंद्र सरकार से राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में विहिप कार्यकर्ता मुख्यालय पर एकत्रित हुए। उनके हाथों में बैनर, झंडे और नारों से भरे पोस्टर थे, जिनमें ममता सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज किया गया था। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है और हिंदू समाज को निशाना बनाकर उत्पीड़न किया जा रहा है।
विहिप पदाधिकारियों ने बरेली प्रशासन को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की सरकार राज्य में धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा दे रही है, जिससे हिंदुओं की सुरक्षा और अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है।
प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात किया था। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करते हुए सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखा।
विहिप नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो यह आंदोलन देशभर में और अधिक व्यापक रूप से चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ पश्चिम बंगाल की नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की सांस्कृतिक और धार्मिक सुरक्षा का मुद्दा है।
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों की मांगों को गंभीरता से लेते हुए ज्ञापन को स्वीकार किया और उसे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच सियासी टकराव को उजागर कर दिया है और पश्चिम बंगाल की स्थिति को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर बहस छेड़ दी है।





