रूद्रपुर विगत देर रात्रि शिमला पिस्तौर गांव में उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब विद्युत पोल से करंट लगकर एक लाइनमैन की दर्दनाक मौत हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा काटा और लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की मांग की। सूचना मिलने पर एसएसआई और जेई का भी घेराव हुआ। जांच का आश्वासन देने के बाद पुलिस व विभाग हादसा या लापरवाही की दिशा में अपनी जांच कर रही है। वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार शिमला पिस्तौर निवासी 44 वर्षीय लाइनमैन शिव कुमार गंगवार रविवार की देर रात्रि स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि विद्युत पोल का तार टूटने के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो गयी है। जिसके बाद लाइनमैन ने कंट्रोल रूम फोन कर संबंधित फीडर की विद्युत कटवाने की बात कही और सीढ़ी लगाकर विद्युत पोल पर चढ़ गया। जब लाइनमैन शिव कुमार ने विद्युत तार को छुआ तो करंट से जोरदार झटका लगा और लाइनमैन धड़ाम से नीचे गिर गया।
जमीन पर सिर टकराने से सिर फट गया और खून से लथपथ लाइनमैन को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुस्साएं लोगों ने शव को गांव में ही रख कर हंगामा काटना शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि जब शट डाउन दिया था तो विद्युत पोल में करंट कैसे आया। इससे साफ है कि शट डाउन किसी और फीडर का दिया गया था। हंगामे की सूचना मिलते ही एसएसआई आरएस रावल, जेई सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचे। लोगों ने अधिकारियों का घेराव कर लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग की और लाइनमैन को उचित मुआवजा देने का भी मुद्दा उठाया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि हादसा या फिर लापरवाही की दिशा में जांच होगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी की जाएगी। मुआवजे के लिए शासन-प्रशासन से भी वार्ता होगी। कई घंटों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
यूपीसीएल की विद्युत सुरक्षा टीम करेगी जांच
रुद्रपुर। शिमला पिस्तौर निवासी लाइनमैन शिव कुमार गंगवार मौत प्रकरण की जांच विद्युत सुरक्षा टीम को सौंपी गयी है। टीम यह जानने की कोशिश करेगी कि लाइनमैन की मौत केवल एक हादसा है या फिर लापरवाही का नतीजा। इसके लिए टीम ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और फीडर कंट्रोल रूम में भी जाकर पूछताछ शुरू कर दी है।
रुद्रपुर। शिमला पिस्तौर में हुए हंगामे के बाद यूपीसीएल ने मृतक लाइनमैन के आश्रितों को आर्थिक सहायता देने का मन बना लिया है। जिसकी शुरुआत परिजनों को 80 हजार का चेक देकर कर दी है। बाकी की बकाया राशि जांच रिपोर्ट आने के बाद दी जाएगी यानी पीड़ित परिवार को चार लाख का मुआवजा दिया जाएगा।
लाइनमैन मौत प्रकरण की जांच विद्युत सुरक्षा टीम को सौंप दी है। मौत प्रकरण हादसा या फिर लापरवाही थी। इसकी पुष्टि जांच रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी। बावजूद परिवार को 80 हजार का आर्थिक सहायता चेक दिया गया है, शेष धनराशि बाद में दी जागी। वहीं जांच रिपोर्ट में लापरवाही सामने आई तो आरोपी कर्मी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के अलावा विधिक कार्रवाई भी की जाएगी।





