राजस्थान के उदयपुर में हाल ही में हुई कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की बर्बर हत्या की तरह ही एक मामला महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati) से भी सामने आया है, जहां हत्यारों ने केमिस्ट उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) को सिर्फ इस लिए मौत के घाट उतार दिया, क्योकि उन्होंने निलंबित बीजेपी नेता नुपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट शेयर किया था। जानकारी के मुताबिक, उमेश कोल्हे की भी गला काट कर नृशंस हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड समेत अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आज इस केस को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को सौंप दिया है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमरावती पुलिस ने फार्मासिस्ट की हत्या के मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम (Shaikh Irfan Shaikh Rahim) को नागपुर से गिरफ्तार किया है। वह नागपुर के एक एनजीओ का मालिक है। बताया जा रहा है कि शेख इरफान ने ही हमलावरों को उमेश कोल्हे की हत्या के लिए मोटिवेट किया था और पूरी प्लानिंग की थी।
अमरावती सिटी कोतवाली थाना के पुलिस निरीक्षक नीलिमा अराज ने बताया कि उमेश कोल्हे हत्याकांड के मामले में पुलिस ने सातवें आरोपी और मास्टरमाइंड शेख इरफान शेख रहीम को गिरफ्तार किया है। उसे पुलिस ने नागपुर (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया है। शेख इरफान से पहले पकडे गए छह आरोपियों की पहचान 22 साल के मुदस्सिर अहमद, 25 साल के शाहरुख पठान, 24 साल के अब्दुल तौफिक, 22 साल के शोएब खान, 22 साल के अतिब रशीद और 44 साल के युसूफकान बहादुर खान के रूप में हुई है।
अमरावती के डीसीपी विक्रम साली के मुताबिक, आरोपियों पर आईपीसी की धारा 302, 120B, और 109 के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रथम दृष्टया लग रहा है कि उन्होंने उमेश कोल्हे को नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की वजह से मौत के घाट उतारा।
मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने कहा “21 जून की रात को भाई हमेशा की तरह अपनी दुकान बंद कर घर जा रहे थे और उसी रात को किसी ने उनको चाकू मार दिया। मुझे फोन आया कि उन्हें किसी ने चाकू मार दिया है लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो उनकी मौत हो चुकी थी।“
उन्होंने कहा “उनकी कभी किसी से दु्श्मनी नहीं थी। हमें समझ नहीं आ रहा कि इसके पीछे क्या वजह हो सकती है। 12 दिन हो गए लेकिन पुलिस ने हमें कोई कारण नहीं बताया है। हमने पुलिस से पूछा कि क्या यह लूटपाट का मामला है तो पुलिस ने कहा कि लूटपाट में शरीर पर घाव किए जाते हैं, गले पर नहीं।“
महेश कोल्हे ने कहा “भइया ने कुछ मैसेज नूपुर शर्मा के बारे में कुछ ग्रुप में फॉरवर्ड किए थे। लेकिन इतने छोटे से फॉरवर्ड से जानलेवा हमला होना, हम नहीं समझ पा रहे हैं। अभी तक हमें कोई दूसरा कारण नजर नहीं आ रहा है।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या मामले की जांच शनिवार को एनआईए को सौंप दी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने हत्या के आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज कर लिया है। अब एनआईए केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के पीछे की साजिश की जांच करेगी और इस घटना के तार अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े होने की भी गहनता से पड़ताल करेगी।
गौरतलब है कि 54 वर्षीय उमेश कोल्हे की 21 जून को हत्या कर दी गई थी। घटना वाली रात वें अपनी मेडिकल शॉप से स्कूटी से लौट रहे थे, तभी उन पर धारदार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी गई। घटना के समय उमेश पर बाइक सवार तीन लोगों ने हमला किया। घटना के वक्त उमेश का बेटा और पत्नी भी दूसरी बाइक से उनके पीछे ही आ रहे थे। जिन्होंने कोल्हे को तुरंत अस्पताल पहुंचाया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।