*प्रवीण कुमार*
हत्या के पीछे संपत्ति का लालच
सिरौली थाना क्षेत्र के ग्राम नसरतगंज में शनिवार को हुई बुजुर्ग सोमपाल की हत्या के मामले में पुलिस ने मंगलवार को चौंकाने वाला खुलासा किया। पुलिस ने मृतक के चार परिजनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जांच में पता चला कि हत्या की साजिश पैतृक संपत्ति के लालच में रची गई थी।
परिजनों ने रची साजिश
मृतक सोमपाल, पुत्र लेखराज, अविवाहित था और अपने छोटे भाई विजेन्द्र के साथ रहता था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कुछ वर्षों पहले विजेन्द्र ने सोमपाल का पथरी का ऑपरेशन कराया था, जिसके लिए पारिवारिक जेवर बेचने पड़े। इसके बाद सोमपाल ने किसान क्रेडिट कार्ड और भूमि विकास बैंक से ऋण लेकर वह रकम मौज-मस्ती में खर्च कर दी। परिजनों को डर था कि यदि सोमपाल जमीन बेच देगा, तो पूरे परिवार की जमीन पर खतरा मंडराने लगेगा। इसी चिंता में चारों ने उसे मारने की साजिश रची।
रात में मारी गई गोली, घटना को छिपाने की कोशिश
धर्मेन्द्र, विजेन्द्र और भगवान देई ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। शनिवार रात जब सोमपाल सो रहा था, तब धर्मेन्द्र ने उसे तमंचे से गोली मार दी। तमंचा घर के पास ही घूरे में छिपा दिया गया और धर्मेन्द्र ट्रैक्टर लेकर खेत चला गया, ताकि शक न हो। योजना के अनुसार, अमरपाल ने पुलिस को सूचना देकर भ्रम फैलाने की कोशिश की।
पुलिस ने पिपरिया तिराहे से पकड़ा, तमंचा और नकदी बरामद
मंगलवार को पुलिस टीम ने चारों आरोपियों को पिपरिया तिराहे के पास एक दो मंजिला दुकान की आड़ से गिरफ्तार किया। विजेन्द्र की तलाशी में 37,200 रुपये बरामद हुए, जो सोमपाल के 50 हजार रुपये में से चुराए गए थे। वहीं, धर्मेन्द्र की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया गया।





