*प्रवीण कुमार*
उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की दिशा में कदम बढ़ाते हुए प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’ ने बरेली के एग्जीक्यूटिव क्लब में बरेली और मुरादाबाद मंडल के उद्यमियों से सीधा संवाद किया। संवाद कार्यक्रम में उद्यमियों ने अपनी समस्याएं खुलकर साझा कीं, साथ ही औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए सुझाव भी दिए।
मंत्री नन्दी ने उद्यमियों को आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने कई उद्यमियों को आवंटन पत्र, प्रशस्ति पत्र, उत्पादन प्रमाण पत्र एवं मानचित्र स्वीकृति प्रमाण पत्र भी वितरित किए।
लापरवाही पर सख्ती, समाधान पर प्राथमिकता
बैठक के दौरान जीएम डीआईएसी बरेली एवं उद्यमी मित्र की अनुपस्थिति पर नाराज़गी जताते हुए मंत्री ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों की समीक्षा करते हुए परसपुर औद्योगिक क्षेत्र और लॉजिस्टिक योजनाओं का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। बैठक के पश्चात मंत्री नन्दी ने परसाखेड़ा औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया और पौधारोपण कर हरित औद्योगिक विकास का संदेश दिया।
मूलभूत सुविधाओं की कमी पर उठी आवाज
उद्यमियों ने औद्योगिक क्षेत्रों में सफाई, जल निकासी, सड़क मरम्मत, पीने के पानी और रोशनी जैसी मूलभूत समस्याएं सामने रखीं। मेंटीनेंस शुल्क के बावजूद सेवाओं की गुणवत्ता पर असंतोष जाहिर किया गया।
नीतिगत सुधारों की रखी मांगें
उद्यमियों ने कई सुधारों की मांग की, जिनमें शामिल हैं:
जीएसटी नियमों का सरलीकरण
प्रोविजनल एनओसी में प्रक्रियात्मक सुधार
नाम परिवर्तन पर स्टाम्प शुल्क की छूट
सब डिवीजन पॉलिसी में 4000 वर्ग मीटर की बाध्यता समाप्त करना
किराएदारी सरचार्ज घटाकर 0.5% करना
यूपी पॉवर एफपीपीएएस सरचार्ज को समाप्त करना
औद्योगिक क्षेत्र में आवश्यक पदों की नियुक्ति एवं दोहरी रजिस्ट्री की समाप्ति
लीज डीड की अवधि 99 वर्षों तक बढ़ाना
उपस्थित गणमान्यजन
इस अवसर पर एसीईओ चर्चित गौड़, रामा श्यामा पेपर मिल के एमडी दिनेश गोयल, बीएल ग्रुप के चेयरमैन घनश्याम खण्डेलवाल, आईआईए बरेली चेयरमैन मयूर धीरवानी, एसके सिंह, विमल तिवारी, डॉ. आशीष सक्सेना, राजीव सिंघल समेत कई प्रमुख उद्यमी एवं अधिकारी उपस्थित रहे।





